टीपीएसडीआई ने प्रशिक्षण प्राप्त लोगों के प्रोफाइल काविश्लेषण किया जिसमें पता चला था कि लगभग 18% प्रशिक्षणार्थी निरक्षर थे, 13% आठवीं सेकम पढ़े थे और 14% दसवीं से कम पास थे (कुल मिलाकर 45% 10वीं से कम पढ़े थे)। इसकेअलावा, एकएजेंसी द्वारा किए गए राष्ट्रीय स्तर के सर्वेक्षण में कहा गया था कि जो लोग दसवींसे भी कम पढ़े थे उनमें से ऐसे लोगों की संख्या अच्छी खासी थी जो दूसरी कक्षा कीकिताब तक नहीं पढ़ पाते थे।
ऐसे में प्रशिक्षण कार्यक्रम से पहले और बाद में प्रशिक्षणार्थियोंके ज्ञान का स्तर आँकने में कठिनाई आई क्योंकि ऐसेमामलों में लिखित परीक्षण व्यवहारिक नहीं था।
इस समस्या से निपटने के लिए, संस्थान ने परीक्षा लेने और फीडबैक हासिल करने के लिए एकअनूठा तरीका अपनाया।
हॅंड हेल्ड असेसमेंट टूल (HHAT) एक ऑडियंस रिस्पॉन्स सिस्टम है जो की लोकप्रियधारावाहिक कौन बनेगा करोड़पति (केबीसी) में इस्तेमाल किए गये सिस्टम की तरह है। प्रशिक्षण हासिल करने वालों को एकछोटी और आसान रिमोट डिवाइस दी जाती है, जिसमें उनके जवाब लेकर तुरंत परिणाम हासिल किए जाते हैं। सवाल और विकल्प उन्हें हिंदी या उस भाषा में पढ़कर सुनाए गए जिसे अधिकतरप्रशिक्षु आराम से समझ सकें।
HHAT के कुछ मुख्य लाभ हैं:
· टीपीएसडीआई को प्रभावी ढंग से अधिक दर्शकों तक पहुंचने केलिए सक्षम बनाना
· जाँच और परीक्षण प्रतिक्रियाओं के मैन्युअल आयोजन, जाँच और इसे इकट्ठा करने की प्रक्रिया में लगने वाला समय और ऊर्जा बचाताहै
· परिणाम के तेज टीएटी
· त्रुटियों में मानवीय भूल की संभावनाओं को खत्म करता है
· शैक्षणिक कदाचार (नकल) की संभावनाओं को खत्म करता है
· प्रतिक्रियाओं/जवाबों के विश्लेषण के माध्यम से परीक्षण कोमानकीकरण सक्षम बनाता है
· फीडबैक सर्वेक्षण के लिए उपरोक्त सभी लाभ प्रदान करता है
· प्रत्येक वर्ष 350 किलोग्राम से अधिक कागज बचाता है
· प्रशिक्षुओं का पूरे मन से इसमें शामिल होना क्योंकि येउपकरण उपयोगकर्ता के अनुकूल है और परंपरागत प्रशिक्षण की तुलना में कम डराने वालाहै
· मानव संसाधन का बेहतर उपयोग क्योंकि ये कागजी जांच की मेहनतऔर समय बचाता है